शिक्षा का नया अध्याय, बदलते दौर में गुरु की भूमिका
शिक्षा का नया अध्याय, बदलते दौर में गुरु की भूमिका “ज्ञान की दुनिया चाहे कितनी भी बदल जाए, गुरु का स्थान सदा सर्वोपरि रहेगा।” भारत में 5 सितंबर का दिन सदैव विशेष रहा है। यह दिन केवल एक औपचारिक उत्सव नहीं है, बल्कि वह क्षण है जब हम अपने गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। शिक्षक केवल कक्षा…

